ऐसा व्यक्ति जो दिखने में बहुत साधारण और दुनिया के दिखावे से बहुत दूर रहने वाला जिसको देखकर यह कोई नहीं कर सकता क्या यह व्यक्ति मिलेनियर भी हो सकता है जी हां मैं बात कर रहा हूं । सादा जीवन उच्च विचारों वालेरतन टाटा (Ratan Tata) जी की।रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ उनका पूरा नाम रतन नवल टाटा है। यह अब Age 85 बर्ष के हो चुके है
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ उनका पूरा नाम रतन नवल टाटाहै। यह अब Age 85 बर्ष के हो चुके है! उनके पिता का नाम नवल टाटा(Naval Tata) और माता का नाम सोनू टाटा(Sonu Tata) है। यह पारसी धर्म से और भारत के बहुत बड़े उद्योगपति हैं। टाटा ग्रुप भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक ग्रुप है। जिसके यह अध्यक्ष रह चुके हैं।
रतन टाटा Wiki / Bio Ratan Tata Net Worth In Rupees
रतन टाटा का बचपन(Ratan Tata childhood) Ratan Tata Net Worth In Rupees
रतन टाटा की बचपन से देखभाल इनकी दादी ने की । उनके पिता नवल टाटा और इनकी माता सोनू टाटा , के बीच में कुछ अच्छा रिश्ता ना होने के कारण , यह एक दूसरे से 1940 में अलग हो गए !जब रतन टाटा मात्र 10 वर्ष के थे ।
इनके छोटे भाई जिम्मी टाटा 7 वर्ष के थे । तब से इनकी देखभाल उनकी दादी द्वारा ही की गई!बाद में उनके पिता ने दूसरी शादी कर ली। जिससे उन्हें एक बेटा हुआ जिसका नाम नोएल टाटा हैRatan Tata Net Worth In Rupees
रतन टाटा की प्रारंभिक शिक्षा(Ratan Tata education)
Ratan Tata की प्रारंभिक शिक्षा(education) की शुरुआत कैंपियन स्कूल मुंबई से हुई और इनकी माध्यमिक शिक्षा कैथेड्रल और जॉन स्कूल मुंबई से की। इसके बाद रतन टाटा अमेरिका चले गए यहां पर उन्होंने स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के साथ वास्तुकला में कार्निल यूनिवर्सिटी न्यूयॉर्क से डिग्री प्राप्त की। इसके बाद हार्वर्ड विश्वविद्यालय में मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी की।Ratan Tata Net Worth In Rupees
रतन टाटा का करियर(Ratan Tata career)
Ratan Tata अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका से भारत वापस आ गए । सन 1961 में जमशेदपुर टाटा स्टील कंपनी से जुड़े। यहां पर इनको टाटा स्टील के सांप फ्लोर पर काम करने का मौका मिला । रतन टाटा बचपन से ही बहुत मेहनती और इमानदार थे उस समय जमशेदपुर टाटा स्टील कंपनी के अध्यक्ष जेआरडी टाटा थे जोकि रतन टाटा के काम करने के तरीका को भली-भांति देख रहे थे
उनको रतन टाटा का काम बहुत पसंद आया! इसके बाद सन 1991 को जेआरडी टाटा (JRD Tata)अध्यक्ष पद से रिटायर हो गए ! और इनकी रिटायर होने के बाद टाटा ग्रुप के अध्यक्ष ,रतन टाटा को चुना गया। उनके अध्यक्ष बनते ही टाटा ग्रुप के शेयर बहुत जल्दी बढ़ने लगे।और टाटा ग्रुप में निवेश करने वालों को बहुत अधिक फायदा होने लगा। उस समय के 75000 के शेर को इन्होंने बढ़ाकर लगभग आज के समय में 14 लाख तक कर दिया। इस तरह उनके करियर की शुरुआत हो गई
रतन टाटा का स्वभाव बहुत ही शांत और साधारण है! इनको देखकर कोई भी व्यक्ति यह नहीं कह सकता। की यह वक्त इतना बड़ा उद्योगपति है ! रतन टाटा दिखावे की जिंदगी से बहुत दूर रहते हैं। यह वादों के बहुत पक्के हैं! जो वादा किसी से कर देते हैं ! उसको और पूरा करके रहते हैं! या अपने साथ काम करने वाले व्यक्ति को कभी भी नहीं भूलते ! चाहे वह किसी छोटी पोस्ट पर हो या फिर बड़ी पोस्ट पर एक बार की बात है !
रतन टाटा की कंपनी में काम करने वाला एक मजदूर जोकि कुछ समय पहले काम करता था !
अब वह रिटायर हो गया था ! अचानक बीमार हो गया इसके बाद जब रतन टाटा को उसकी बीमारी का पता चला ! तब वह बिना किसी सिक्योरिटी के अपने ड्राइवर के साथ उसके घर पहुंच गए !
वह मजदूर रतन टाटा को देखकर हक्का बक्का रह गया। की इतना बड़ा आदमी हमारे घर कैसे आ सकता है। इन्होंने मजदूर को पैसे दिए ! और कहा जब भी कोई जरूरत हो तो मुझे अब बता देना।
रतन टाटा हमेशा ही दूसरों की मदद करने के लिए भी जाने जाते हैं!Ratan Tata Net Worth In Rupees
रतन टाटा ने शादी क्यों नहीं की? (Ratan Tata marrige)
रतन टाटा ने अपने एक इंटरव्यू में बताया है कि जब वह अमेरिका में रहते थे। तो उनको अमेरिका में रहने वाली एक लड़की से प्यार हो गया था। और लड़की भी इनसे काफी ज्यादा प्यार करती थी । दोनों एक दूसरे से शादी करने को तैयार थे। अचानक इनकी दादी का स्वास्थ्य खराब हो गया । जैसे ही इनको अपनी दादी की सूचना मिली। रतन टाटा ने लड़की को भारत चलने को कहा। लड़की भारत आने के लिए तैयार थी
लेकिन उसके पिता ने लड़की को भारत आने से मना कर दिया। क्योंकि उस समय 1962 भारत चीन का युद्ध चल रहा था इसी कारण रतन टाटा को भारत अकेले ही आना पड़ा। इनके भारत आते ही उस लड़की की शादी हो। गई रतन टाटा ने लड़की से वादा किया था । कि मैं शादी तुम्हीं से करूंगा। और किसी से नहीं करूंगा। रतन टाटा इसी वादे पर अड़े रहे टाटा कहते हैं कि इसी कारण से मैंने शादी नहीं की । क्योंकि मैं बातों का बड़ा पक्का हूं।
Ratan Tata जी का कार्यकाल यस सन 1962 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने और 2012 को अपने कार्यकाल से रिटायर्ड हो गए इसके बाद टाटा ग्रुप का चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखर को चुना गया
रतन टाटा के पुरस्कार(Ratan Tata Award)
रतन टाटा को 26 जनवरी 2000 में पदम भूषण, तीसरे नागरिक के रूप में दिया गया।
इसके बाद 26 जनवरी 2008 को पद्म विभूषण, दूसरे सर्वोच्च नागरिक के रूप में दिया गया।
रतन टाटा की कुल संपत्ति (Ratan Tata net worth)
2022 में रतन टाटा की कुल संपत्ति लगभग $291 बिलियन डॉलर है और भारतीय रुपए में लगभग इनकी कुल संपत्ति 8500 करोड रुपए हैं